December 23, 2024

संतृप्त और असंतृप्त विलयन किसे कहते हैं उदाहरण तथा अंतर

रसायन विज्ञान में विलयन एक महत्वपूर्ण अवधारणा है दो या दो से अधिक पदार्थों के समांगी मिश्रण को विलयन कहा जाता है। विलयन के दो अवयव होते हैं। एक अवयव को विलेय तथा दूसरे अवयव को विलायक कहा जाता है। आइये संतृप्त और असंतृप्त विलयन की परिभाषा और उदाहरण पर चर्चा करते हैं।

संतृप्त विलयन

किसी निश्चित ताप पर जब विलायक और अधिक विलेय पदार्थ को नहीं घोला जा सकता हो, तो उस विलयन को संतृप्त विलयन कहते हैं।
संतृप्त विलयन में विलेय पदार्थ की अधिकतम मात्रा विलायक में घुल चुकी होती है। उस ताप पर विलायक में और अधिक विलेय को घोलना असंभव होता है।

उदाहरण

यदि हम पानी में नमक को घोलते हैं तो नमक पानी में घुलता रहता है परंतु एक समय पर आकर नमक पानी में घूमने की बजाय तल में बैठ जाता है इस अवस्था में नमक और पानी का यह विलयन संतृप्त विलयन होता है।

असंतृप्त विलयन

किसी निश्चित ताप पर जब विलायक और अधिक विलेय पदार्थ को घोला जा सकता हो, तो उस विलयन को असंतृप्त विलयन कहते हैं।
असंतृप्त विलयन में विलेय पदार्थ की अधिकतम मात्रा विलायक में नहीं घुली होती है। यह तब होता है जब विलयन में विलेय पदार्थ की मात्रा उसकी घुलनशीलता से कम होती है।

उदाहरण

यदि हम पानी में नमक को घोल रहे हों और नमक पानी में घुल रहा हो तो वह विलयन असंतृप्त विलयन है।

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