December 22, 2024

पोटैशियम डाइक्रोमेट क्या है, बनाने की विधि, रासायनिक नाम व सूत्र, गुण तथा उपयोग

उच्च ताप पर संक्रमण धातुओं एवं ऑक्सीजन के मध्य अभिक्रिया के फलस्वरुप संक्रमण धातुओं की ऑक्साइड प्राप्त होते हैं। आइये पोटैशियम डाइक्रोमेट K2Cr2O7 पर अध्ययन करते हैं।

पोटैशियम डाइक्रोमेट

पोटैशियम डाइक्रोमेट का रासायनिक अणुसूत्र K2Cr2O7 होता है। यह क्रोमियम का सबसे अधिक महत्वपूर्ण यौगिक है इसका उपयोग कई ऐजो (Azo) के निर्माण में किया जाता है। यह ठंडे जल में अल्प विलेय परंतु गर्म जल में पूर्ण विलेय है।

पोटैशियम डाइक्रोमेट बनाने की विधि

क्रोमाइट अयस्क का वायु की उपस्थिति में सोडियम या पोटैशियम कार्बोनेट के साथ अभिक्रिया –

पोटैशियम डाइक्रोमेट क्या है

सोडियम क्रोमेट की सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया –

पोटैशियम डाइक्रोमेट बनाने की विधि

सोडियम डाइक्रोमेट से पोटैशियम डाइक्रोमेट का निर्माण –

पोटैशियम डाइक्रोमेट के उपयोग

पोटैशियम डाइक्रोमेट के भौतिक गुण

  • पोटैशियम डाइक्रोमेट नारंगी रंग का क्रिस्टलीय ठोस होता है।
  • पोटैशियम डाइक्रोमेट ठंडे जल में अल्प विलेय एवं गर्म जल में अत्यधिक विलेय है।
  • पोटैशियम डाइक्रोमेट का गलनांक 669K होता है।

पोटैशियम डाइक्रोमेट के रासायनिक गुण

  1. ताप का प्रभाव :- K2Cr2O7 को गर्म करने पर यह क्रोमिक ऑक्साइड तथा ऑक्सीजन में अपघटित हो जाता है।
पोटैशियम डाइक्रोमेट के भौतिक गुण
  1. क्षारों से क्रिया :- क्षारों के साथ क्रिया करने पर पीले रंग का क्रोमेट बनता है।
पोटैशियम डाइक्रोमेट के रासायनिक गुण

पीले विलयन का अम्लीकरण करने पर क्रोमेट पुनः डाइक्रोमेट में बदल जाता है। तथा नारंगी रंग पुनः प्राप्त होता है।
2K2CrO4 + H2SO4 → K2Cr2O7 + K2SO4 + H2O

  1. हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ क्रिया :- पोटैशियम डाइक्रोमेट, हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ क्रिया करके क्रोमिक क्लोराइड बनाता है तथा क्लोरीन गैस बाहर निकलती है।
    K2Cr2O7 + 14HCl → 2CrCl3 + 2KCl + 7H2O + Cl2
  1. यह एथिल ऐल्कोहॉल को ऐसिटेल्डिहाइड तथा एसीटिक अम्ल में ऑक्सीकृत कर देता है।
    K2Cr2O7 + 4H2SO4 → K2SO4 + Cr(SO4)3 + 4H2O + 3[O]
    CH3CH2OH + [O] → CH3CHO + H2O
    CH3CHO + [O] → CH3COOH

पोटैशियम डाइक्रोमेट के उपयोग

  1. आयतनमितीय विश्लेषण में ऑक्सीकारक के रूप में।
  2. गुणात्मक विश्लेषण में अभिकर्मक के रूपमें।
  3. कार्बनिक रसायन में ऑक्सीकारक के रूप में।
  4. चमड़ा उद्योग में क्रोम टैनिंग में।
  5. कैलिको प्रिंटिंग तथा रंजन प्रक्रिया में।

क्रोमेट एवं डाइक्रोमेट आयनों की संरचनाएं

क्रोमेट आयन की संरचना चतुष्फलकीय होती है। जबकि डाइक्रोमेट आयन में दो चतुष्फलकों के शीर्ष आपस में साझेदारी किए रहते हैं। डाइक्रोमेट आयन में Cr—O—Cr बन्धता पाई जाती है।
क्रोमेट आयन तथा डाइक्रोमेट आयन की संरचनाएं निम्न प्रकार से हैं।

क्रोमेट एवं डाइक्रोमेट आयनों की संरचनाएं

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