दो या दो से अधिक पदार्थों के समांगी मिश्रण को विलयन कहते हैं। कुछ विलयन अपने गुणों में अद्वितीय होते हैं। आइये इन्हें समझते हैं।
आदर्श विलयन
वे विलयन जो प्रत्येक सांद्रता पर राउल्ट के नियम का पालन करते हैं। आदर्श विलयन (ideal solution in Hindi) कहलाते हैं।
आदर्श विलयन की विशेषताएं
- आदर्श विलयन बनाने में मिश्रण एन्थैल्पी का मान शून्य होता है। अर्थात् ∆Hmix = 0
- आदर्श विलयन बनाने में मिश्रण के आयतन का मान शून्य होता है। अर्थात् ∆Vmix = 0
- विलयन के घटकों का आकार, संरचना और रासायनिक गुण समान होने चाहिए।
- शुद्ध घटक A–B का आकर्षण बल, A–A के आकर्षण बल तथा B–B के आकर्षण बल के समान होने चाहिए।
- विलयन राउल्ट के नियम का पालन करेंगे अतः
PA = P°A XA , PB = P°B XB
या P = P°A XA + P°B XB
आदर्श विलयन के उदाहरण
- बेंजीन और टॉलूईन का मिश्रण
- n-हेक्सेन और n-हेप्टेन का मिश्रण
- ब्रोमोएथेन और क्लोरोएथेन का मिश्रण
- क्लोरोबेंजीन और ब्रोमोबेंजीन का मिश्रण
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अनादर्श विलयन
वे विलयन जो प्रत्येक सांद्रता पर राउल्ट के नियम का पालन करते हैं। आदर्श विलयन (non-ideal solution in Hindi) कहलाते हैं। इनके वाष्प दाब राउल्ट के नियम द्वारा प्रस्तुत वाष्प दाब से या तो अधिक होते हैं या कम होते हैं।
अनादर्श विलयन की विशेषताएं
- घटक विलयनों को मिलाने पर एंथैल्पी परिवर्तन होता है। अर्थात् ∆Hmix ≠ 0
- घटक विलयनों को मिलाने पर आयतन परिवर्तन होता है। अर्थात् ∆Vmix ≠ 0
- विलयन के घटकों का आकार, संरचना और रासायनिक गुण भिन्न होते हैं।
- A–B के मध्य आकर्षण बल, A–A तथा B–B के मध्य आकर्षण बल भिन्न होते हैं।
- राउल्ट के नियम का पालन नहीं होता है। अर्थात्
PA ≠ P°A XA , PB ≠ P°B XB
या P ≠ P°A XA + P°B XB
अनादर्श विलयन राउल्ट के नियम का दो प्रकार से विचलन प्रदर्शित करते हैं।
1. धनात्मक विचलन
2. ऋणात्मक विचलन
1. धनात्मक विचलन प्रदर्शित करने वाले अनादर्श विलयन
इन विलयनों के प्रत्येक घटक का वाष्प दाब राउल्ट के नियम द्वारा प्रस्तुत वाष्प दाब से अधिक होता है। इसका कारण यह है कि विलयन में A–B के अणुओं का आकर्षण बल, A–A व B–B के मध्य आकर्षण बल से कम होता है।
धनात्मक विचलन के लिए :-
- PA > P°A XA एवं PB > P°B XB
- ∆Hmix = धनात्मक (ऊष्माशोषी)
- ∆Vmix = धनात्मक (विलयन आयतन उच्च)
धनात्मक विचलन प्रदर्शित करने वाले अनादर्श विलयन के उदाहरण
- जल तथा मेथेनॉल का विलयन
- एसीटोन तथा एथेनॉल का विलयन
- एथेनॉल तथा जल का विलयन
2. ऋणात्मक विचलन प्रदर्शित करने वाले अनादर्श विलयन
इन विलयनों के प्रत्येक घटक का वाष्प दाब राउल्ट के नियम द्वारा प्रस्तुत वाष्प दाब से कम होता है। इसका कारण यह है कि विलयन में A–B के अणुओं का आकर्षण बल, A–A व B–B के मध्य आकर्षण बल से अधिक होता है।
ऋणात्मक विचलन के लिए :-
- PA < P°A XA एवं PB < P°B XB
- ∆Hmix = ऋणात्मक (ऊष्माक्षेपी)
- ∆Vmix = ऋणात्मक (विलयन आयतन निम्न)
ऋणात्मक विचलन प्रदर्शित करने वाले अनादर्श विलयन के उदाहरण
- क्लोरोफॉर्म तथा एसीटोन का विलयन
- जल तथा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल का विलयन
- फिनॉल तथा एनिलीन का विलयन