December 22, 2024

लैंथेनाइड और एक्टिनाइड में अंतर लिखिए तथा समानताएं

f-ब्लॉक में दो श्रेणियां है जिन्हें आवर्त सारणी में नीचे क्षैतिज पंक्ति में रखा गया है। 4f-श्रेणी को लैंथेनाइड कहते हैं। इसमें सीरियम (58Ce) से लेकर ल्यूटीशियम (71Lu) तक 14 तत्व होते हैं। ये तत्व मुक्त अवस्था में न होकर संयुक्त अवस्था में पाए जाते हैं। इन तत्वों में चांदी जैसी चमक होती है ये तत्व वायु के संपर्क में आकर शीघ्रता से ही अपनी चमक को देते हैं।

f-ब्लॉक की 5f-श्रेणी को एक्टिनाइड कहते हैं। इसमें थोरियम (90Th) से लेकर लॉरेंशियम (103Lr) तक 14 तत्व होते हैं। यह तत्व अत्यधिक क्रियाशील धातुएं हैं एक्टिनाइड रेडियोएक्टिव तत्व है। एक्टिनाइड के चुंबकीय गुण लैंथेनाइड की तुलना में अधिक जटिल हैं।

लैंथेनाइड और एक्टिनाइड में अंतर

क्रम संख्यालैंथेनाइडएक्टिनाइड
1ये कम ऑक्सीकरण अवस्थाएं प्रदर्शित करते हैं। सामान्य ऑक्सीकरण अवस्था +3 के अतिरिक्त कुछ लैंथेनाइड +2 व +4 ऑक्सीकरण अवस्थाएं भी दर्शाते हैं।ये अधिक ऑक्सीकरण अवस्थाएं प्रदर्शित करते हैं। सामान्य ऑक्सीकरण अवस्था +3 के अतिरिक्त +2, +4, +5, +6, +7 ऑक्सीकरण अवस्थाएं भी दर्शाते हैं।
2प्रोमिथियम को छोड़कर यह सभी तत्व रेडियोएक्टिव नहीं होती है।ये सभी तत्व रेडियोएक्टिव होते हैं।
3इनके यौगिक कम क्षारीय होते हैं।इनके यौगिक अधिक क्षारीय होते हैं।
4लैंथेनाइड में जटिल यौगिक बनाने की प्रवृत्ति कम होती है। यह केवल कीलेट लिगेंड के साथ जटिल यौगिक बनाते हैं।एक्टिनाइड में जटिल यौगिक बनाने की प्रवृत्ति अधिक होती है। यह π-ग्राही लिगेंड व कीलेट लिगेंड दोनों के साथ जटिल यौगिक बनाते हैं।
5लैंथेनाइड ऑक्सोकैटायनों का निर्माण नहीं करते हैं।एक्टिनाइड ऑक्सोकैटायनों जैसे – UO+ , UO22+ , NpO2+ का निर्माण नहीं करते हैं।

लैंथेनाइड और एक्टिनाइड तत्वों में समानताएं

इलेक्ट्रॉनिक विन्यास :- दोनों श्रेणियो के तत्वों में विभेदी इलेक्ट्रॉन f-उपकोश में प्रवेश करते हैं। लेकिन लैंथेनाइड तत्वों में विभेदी इलेक्ट्रॉन 4f-उपकोश में भरते हैं। तथा एक्टिनाइड में विभेदी इलेक्ट्रॉन 5f-उपकोश में भरते हैं।

ऑक्सीकरण अवस्थाएं :- लैंथेनाइड तत्व प्रायः +3 ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित करते हैं जबकि एक्टिनाइड तत्व +3 ऑक्सीकरण अवस्था के अतिरिक्त +4, +5, +6 व +7 ऑक्सीकरण अवस्था भी प्रदर्शित करते हैं।

संकुचन :- परमाणु क्रमांक बढ़ाने पर लैंथेनाइड और एक्टिनाइड दोनों की परमाण्विक व आयनिक आकार में कमी होती है। अर्थात् लैंथेनाइड और एक्टिनाइड दोनों ही संकुचन प्रदर्शित करते हैं।

क्रियाशीलता :- लैंथेनाइड और एक्टिनाइड दोनों ही अत्यंत क्रियाशील एवं प्रबल विद्युत धनात्मक तत्व होते हैं।

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